भारतीय अग्निवीर शहीद जितेंद्र सिंह तंवर की कहानी

राजस्थान के अलवर का एक लाल हुआ शहीद । भारत में चौथे अग्निवीर की गोली लगने से हुई मृत्यु।  भारतीय सेना ने बैठाई उच्च स्तरीय जांच। हमारे भारत में ऐसी जांच होती रहती है हर विभाग में न जाने कितने लोग देशद्रोही हैं साथियों कहना बहुत आसान है लेकिन आज फिर हमारे एक फौजी की जान चली गई। भारत मां की रक्षा करते-करते अपने प्राणों की आहुति दे दी। 

कौन है चौथा अग्निवीर जिसकी गोली लगने से हुई मृत्यु ?

अग्निवीर शहीद जितेंद्र सिंह तंवर 

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साथियों यह कहानी है भारतीय फौजी (अग्निवीर) जितेंद्र सिंह तंवर की जिनकी बीते गुरुवार को श्रीनगर में गोली लगने से मृत्यु हो गई आज उनका पूरा परिवार सदमे में है। जितेंद्र सिंह जी का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव राजस्थान के अलवर जिले में किया गया।

शहीद जितेंद्र सिंह तंवर
शहीद जितेंद्र सिंह तंवर

जितेंद्र सिंह तंवर के बारे में संक्षिप्त जानकारी 

भारतीय सैनिक जितेंद्र सिंह तंवर राजस्थान के अलवर जिले के गढ़ीसवाईराम रैणी उपखंड क्षेत्र के छिलोड़ी ग्राम पंचायत के नवलपुरा गांव के रहने वाले थे उनके परिवार में जितेंद्र के अलावा उनका एक भाई है और उनके माता-पिता हाल ही में उनकी शादी की थी।

जितेंद्र जी ने 29 दिसंबर 2022 को बतौर अग्निवीर सैनिक भारतीय सेना  में सम्मिलित हुए थे भारतीय सेना की रिपोर्ट के अनुसार उनकी सबसे पहले पोस्टिंग जम्मू कश्मीर के पुंछ इलाके में हुई थी बीते गुरुवार 9 में 2024 को लगभग दोपहर में एक सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों की मुठभेड़ में गोली लगने से मृत्यु हो गई ।

शहीद जितेंद्र सिंह तंवर 3 पैरा स्पेशल फोर्स बटालियन के पद पर कार्यरत थे । शुक्रवार 10 में 2024 को उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव भारतीय सेना के अधिकारियों की मौजूदगी में लाया गया और उन्हें पूर्ण सम्मान के साथ विदा किया गया। 

बड़े भाई ने भी छोटे भाई को विदाई

जितेंद्र सिंह के बड़े भाई सुनील सिंह ने जितेंद्र सिंह को मुखाग्नि दी वह बता रहे हैं अपने भाई से 17 माह बाद मिले थे और आज उन्होंने यह सोचा नहीं था कि वह अपने भाई से जिंदा नहीं मिल पाएंगे आज उनका भाई इस दुनिया में नहीं है उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि उन्हें अपने भाई को अपने हाथों से जलाना पड़ेगा।

वह अपने भाई को बहुत ही मिस कर रहे हैं। साथियों इस दर्द को वही समझ सकता है जिसे अपना भाई खाया हो जिस समय मैं इस कहानी को लिख रहा था मेरी आंखें आंसुओं से भर गई थी मैं अगर चाहता तो इन शब्दों को इस कहानी से हटा लेता लेकिन मैं इस कहानी में इन शब्दों को डालने से रोक नहीं पाया। 

हमारी वर्तमान सरकार की सच्चाई 

किसी ने सही कहा है  इंसान अपने परिवार का पेट पालने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार हो जाता है साथियों इस लाइन का लिखने का हमारा मतलब यह नहीं है की जो हमारे फौजी भाई फौज में आते हैं उनका मुख्य उद्देश्य पैसा ही होता लेकिन हां साथियों कुछ ऐसे हालात होते हैं कि लोगों को चार पैसे कमाने के लिए गोली खानी पड़ती है इन सभी का कारण हमारी वर्तमान सरकार है। अगर हमारी वर्तमान सरकार दलालों से सौदा ना करें हमारे सैनिकों के लिए अच्छे हथियार उपलब्ध कारण तो हमारे सैनिक दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं। 

भारतीय सेना ने क्या दी जानकारी

भारतीय सेना की जितेंद्र सिंह के परिवार के साथ पूर्ण सहानुभूति है उन्होंने आश्वासन दिया है कि भारतीय सेना  अग्निवीर जितेंद्र सिंह तंवर की मौत का करण पता करके रहेगी इसके लिए उन्होंने एक उच्च स्तरीय जांच बैठा दी है भारतीय सेना  ने बयान दिया है कि उन्हें स्थानीय मीडिया से जानकारी मिली है की सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों की तरफ से फायरिंग होने पर जितेंद्र सिंह की मृत्यु हो गई है।

भारतीय सेना  ने इस बात की पुष्टि की है की जितेंद्र की मौत गोली लगने से हुई है लेकिन भारतीय सेना  इस बात से मुकर रही है की जितेंद्र सिंह किसी ऑपरेशन में गए हुए थे भारतीय सेना  अपनी क्या रिपोर्ट लगाती है अग्नि वीर जितेंद्र सिंह की मौत पर या तो आगे देखना होगा। 

कब से हुई थी अग्निवीर सैनिक भरती की शुरुआत 

आपको हम बता दें कि भारतीय सेना  ने 14 जून 2022 को अग्निवीर सैनिक स्क्रीम को लांच किया था इस स्कीम के तहत तीनों सेनाओं में पहले लगभग 46000 अग्निवीरों की भर्ती की जानी थी। जिसमें यह बताया गया था कि उनकी सर्विस केवल 4 साल की होगी जिसके चलते अग्निवीर स्कीम के ऊपर न जाने कितने सवाल खड़े हो गए थे और देखा भी जाए यह सही भी था।

कुछ लोगों का यहां पर कहना था कि विपक्ष ने चुनावी मुद्दा बना दिया था साथियों भारतीय राजनीति में अगर विपक्ष ना हो जो कहते हैं ना गणतंत्र गणतंत्र नहीं राजतंत्र हो जाएगा और हो रहा है जिसे ना तो आप रोक सकते हैं और ना ही हम।

यह स्कीम कितनी सही और कितनी गलत थी इस बात की पुष्टि भारतीय सेना  के पूर्व अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुल नरवणे जी ने अपनी किताब में इस स्कीम का खुलासा किया था और उन्होंने बताया था कि यह स्कीम सरकार की तरफ से लाई गई थी और उन्होंने बयान दिया कि इस योजना को देखकर वह भी हैरान रह गए थे।

भारतीय अग्निवीरों को क्या मिलती है तनख्वाह 

सरकार ने भरती के दौरान कुछ बातों का खुलासा किया था सरकार ने बताया था कि भारतीय अग्नि वीरों को अपनी नौकरी के पहले साल में₹30000 प्रति माह दिए जाएंगे वहीं दूसरे साल 33000 प्रति माह दिए जाएंगे नौकरी के तीसरे साल में 36500 प्रति माह दिए जाएंगे। और साथ में सरकार ने एक और नियम रखा था की सभी को अपनी सैलरी का 30% ईपीएफ में जमा करना होगा और इतनी ही राशि सरकार भी आपके पीएफ खाते में जमा करेगी जो जी पूरी राशि पर 7% का ब्याज मिलेगा।

जो आपको पूरी रकम आपकी चार साल की सर्विस पूरी होने के बाद आपको दी जाएगी इसके अलावा सरकार ने बताया था कि तीनों सेनन में तैनात अग्निवीरों को स्थाई सैनिकों की तरह है अवार्ड मेडल और भत्ते भी दिए जाएंगे और इसमें से कुछ प्रतिशत अग्निवीर परमानेंट भी किए जाएंगे इसके अलावा सरकार ने बताया था की अग्निवीर सैनिकों का सरकार लगभग 44 लख रुपए का बीमा भी कवर करवाएगी।

ड्यूटी के दौरान शहीद होने पर मिलने वाली रकम के बारे में 

भारतीय अग्निवीर सैनिक स्कीम के दौरान सरकार ने इस बात का खुलासा किया था कि अगर कोई अग्निवीर ड्यूटी के दौरान शहीद होता है तो उसे 48 लाख रुपए का बीमा और 44 लाख रुपए की अन्य राशि इसके अलावा चार सालों की सेना निधि। इसके अलावा परिजनों को मृत्यु की तारीख से 4 साल पूरे होने तक शेष कार्यकाल के लिए वेतन भी दिया जाएगा। 

4 वर्ष पश्चात क्या करेगा अग्निवीर?

इस बारे में सरकार ने बड़ा ही वाहियात जवाब दिया वह जवाब इस प्रकार था सरकार का मानना है की अग्नि वीर सशस्त्र बलों में एक विशिष्ट रैंक पर जाते हैं जो आगे चलकर मौजूदा रंग से अलग होंगे 4 साल की सर्विस पूरी करने के बाद कुछ अग्नि वीरों को उनकी योग्यता के अनुसार ऊंचे पद पर प्रोन्नत कर दिया जाएगा लेकिन कुछ अग्निवीर अन्य क्षेत्रों में रोजगार के लिए वापस आएंगे सरकार का मानना है जिससे हमारा समाज कुशल कार्य बाल वाला होगा जिससे राष्ट्र निर्माण में हमें योगदान मिलेगा। 

क्या सरकार का यह बयान सही है आप हमें कमेंट बॉक्स में अपनी राय बताएं। 

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हां शाहिद जितेंद्र सिंह तंवर की शादी हो गई थी 

भारत का पहला अग्निवीर कौन शहीद हुआ था 

भारत में सबसे पहले अग्निवीर की मृत्यु दुनिया के सबसे उंचे युद्ध स्थल सियाचिन में तैनात ड्यूटी के दौरान अक्षय लक्ष्मण की मृत्यु हुई थी। 

4 वर्ष अग्नि वीर की सेवा पूरी करने के बाद उसे कितनी धनराशि जाएगी

भारतीय सेवा में अग्नि वीर के पद पर 4 साल कार्य करने के पश्चात रिटायरमेंट के साथ 11.71 लख रुपए की राशि एक मुफ्त दी जाएगी। 

अग्नि वीर की सर्विस कितने सालों की होती है 

अग्नि वीर के लिए सेवा निधि 4 वर्ष की होती है 

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