कहानी Zomato की : जब हमारे मन में यह सवाल आता है कि आज खाना हम बाहर खाएंगे तो सबसे पहले हमारे दिमाग में प्रश्न आता है की क्यों ना खाना ऑनलाइन ऑर्डर कर लिया जाए। यह शब्द आज से लगभग 15 साल पहले सुनने में कितना अजीब लगता की खान ऑनलाइन ऑर्डर कर ले। पर इस बदलते युग ने पूरी इस कायनात को लगभग ऑनलाइन कर दिया है।
इसी कायनात का हिस्सा हमारे जीवन की आधार रेखा दो वक्त की रोटी भी है जिसके लिए इंसान दर-दर भटकता है बात जब खाने की आती है। तब लोग ऑनलाइन खाने को पहले प्राथमिकता देते हैं क्योंकि इसमें अच्छा खाना आपके पते पर नियत समय में उपलब्ध कर दिया जाता है यह तो बात हुई खाने की कि आप खाना किसी ठेले या किसी होटल रेस्टोरेंट में जाकर खाएंगे या आप अपनी पसंद का खाना घर, ऑफिस या कहीं पर भी किसी भी समय ऑनलाइन मंगा कर खाएंगे।
दूसरे विकल्प में अधिक सुविधाएं नजर आती हैं इसीलिए इंसान ऑनलाइन खाना मांगने को प्राथमिकता देते हैं जब भी ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने की बात आती है तो सबसे पहले हमारे दिमाग में आता है किस एप्लीकेशन से खाना ऑर्डर किया जाए सबसे पहले हमारे दिमाग में Zomato का नाम आता है की क्यों ना Zomato से खाना ऑर्डर कर लिया जाए। zomato से खाना ऑर्डर करने का मुख्य कारण हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चलने वाले zomato के विज्ञापन और आम जनता का विश्वास है।
जिसे zomato कायम करे हुए हैं अगर देखा जाए। वह इंसान जो रोज मारा की ज़िंदगी में भाग दौड़ के कारण प्रतिदिन बाहर खाना खाता हैं उन सभी के फोन में पहले से यह एप्लीकेशन मौजूद होता है zomato अपने ग्राहकों को समय-समय पर अच्छे ऑफर देता रहता है जिस कारण से भी लोग zomato को अधिक प्राथमिकता देते हैं।
Zomato के बारे में ?
Zomato एक फूड डिलीवरी कंपनी है। जो हमारे घरों तक ऑनलाइन खाना उपलब्ध कराती है। इसने हाल ही में ग्रॉसरी डिलीवरी करने वाले एक कंपनी ब्लैंकेट को एक्वायर कर लिया है। zomato और ब्लैंकेट आये दिन सोशल मीडिया पर अपने ग्राहकों और अपने डिलीवरी बॉय को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहती है।
साल 2008 से 2024 तक की कहानी zomato की कि कैसे बनी इतनी बड़ी फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी, जिसने साल 2021 में 9375 करोड़ रुपए का आईपीओ खोला था। और आज शेयर मार्केट में zomato का अच्छा खासा नाम है। आज कंपनी जिस मुकाम पर खड़ी है उसके पीछे एक इंसान के कड़ी मेहनत है उसने इस कंपनी को दो बार डूबने से बचाया है।
अब कहानी विस्तार से
Zomato कंपनी के मालिक सीईओ दीपेंद्र गोयल का जन्म पंजाब में हुआ था दीपेंद्र के माता-पिता शिक्षा विभाग में कार्यरत थे लेकिन कहते हैं कि अगर आपके माता-पिता पढ़े लिखे हैं तो यह जरूरी नहीं है कि आप भी अपने माता-पिता जितने ही विद्वान होंगे या आपका विद्या ग्रहण करने में मन लगेगा ।
ऐसे ही कहानी थी दीपेंद्र गोयल की वह बताते हैं कि जब कक्षा 5 में थे तो वह कुछ अंकों से परीक्षा में फेल हो गए थे इसके लिए घर वालों ने समझाया बेटा अभी शुरुआती दौर है अगर तुम यही लड़खड़ा जाओगे तो आगे का सफर कैसे तय करोगे घरवालों के समझाने से दीपेंद्र ने मेहनत करना शुरू कर दिया और वह पढ़ाई में औसत से अच्छे होते चले गए ।
साल 2005 में आईआईटी दिल्ली से B.Tech करने के बाद उन्होंने अपने करियर की शुरुआत ब्रेन एंड कंपनी में की दिल्ली में रहते हुए जॉब करते समय जब वह बाहर खाना खाने के लिए किसी होटल या रेस्टोरेंट में जाते तो उन्हें मेनू देखकर ऑर्डर देने में काफी समय लगता था कि इसका मुख्य कारण है वहां पर उपलब्ध भीड़ थी।
कैसे इस आईडिया ने जन्म लिया
दीपेंद्र बताते हैं की लंच के टाइम होटल, रेस्टोरेंट पर इतनी भीड़ इकट्ठा हो जाती थे की मेनू कार्ड देखने में ही लंच एक तिहाई समय बर्बाद हो जाता था। जिसके लिए उन्होंने एक वेबसाइट बनाकर उसे मेनू को वेबसाइट पर अपलोड कर दिया और उन्होंने मेहनत करके अपनी कंपनी के नियर अबाउट जितने भी होटल, रेस्टोरेंट थे उन सभी की जानकारी और उन सभी के मेनू अपलोड करना शुरू कर दिया ।
यह बात साल 2008 की है इस कहानी में उनका सहयोग दिया उनके ऑफिस के मित्र पंकज चड्ढा जी ने देखते-देखते दिल्ली के लगभग 1200 रेस्टोरेंट के मेनू अपनी वेबसाइट FoodiEBAY पर अपलोड कर दिए। और देखते देखते वेबसाइट पर ट्रैफिक लगभग तीन गुना तक बढ़ गया। जब वेबसाइट पॉपुलर होने लगी तो भारत के लगभग सभी शहरों के रेस्टोरेंट के ओनर ने खुद अपना मेनू कार्ड अपलोड करने की इच्छा जाहिर की। साल 2010 तक आते-आते FoodiEBAY देश के कई शहरों में अपनी सेवाए देने लगी।
कैसे नाम पड़ा Zomato
साल 2010 आते-आते उनकी पत्नी को एक जॉब मिल जाती है और वह अपनी जॉब छोड़ देते हैं और पूरा फोकस अपनी कंपनी FoodiEBAY पर करने लगते हैं। जब कंपनी अधिक प्रसिद्ध होने लगी तब साल 2010 में ही ई-कॉमर्स कंपनी ईबे ने फूडेबी को लीगल नोटिस दिया।
तब दीपेंद्र ने नाम बदलने के बारे में सोचा। फिर दीपेंद्र ने अपनी कंपनी का नाम FoodiEBAY से zomato कर दिया। नाम में परिवर्तन करने के पीछे कोई गहरा राज नहीं है वह बताते हैं की टोमेटो एक ऐसी सब्जी है जो लगभग हर खाने में प्रयोग की जाती है जिसके बिना खाने में स्वाद नहीं आता है। उन्होंने टोमेटो के नाम को परिवर्तित करके zomato कर दिया बस इतनी सी कहानी है नाम परिवर्तन की। Tomato से Zomato
कैसे आई रफ्तार
साल 2010 में ही naukri.com के फाउंडर संजीव बिखचंदानी ने 1 मिलियन डॉलर का फंड zomato को दिया नाम परिवर्तन के बाद zomato का नाम पूरे भारत में होने लगा और zomato पूरे भारत में पहले ऐसी कंपनी बन गई जो बिना किसी रेस्टोरेंट के लोगों को रेस्टोरेंट से खाना लेकर घर तक खाना उपलब्ध करवाती थी।
zomato के 37 फ़ीसदी शेयर संजीव के पास है। इसके बाद समय बीतता गया कंपनी को कंपनी को नए निवेशक मिलते गए और साल 2013 तक कंपनी के पास 223.8 मिलियन डॉलर का फंड हो गया जो भारतीय रुपए में 18 करोड़ 65 लाख के करीब होता है। जिओ 4G zomato के लिए वरदान साबित हुई भारत में जियो 4G को 27 दिसंबर 2015 को लॉन्च कर दिया गया जिसके चलते भारत में इंटरनेट की दुनिया में क्रांति आ गई।
अब यहां सब कुछ ऑनलाइन माध्यम में परिवर्तित हो रहा था वह आम इंसान जो इंटरनेट को ढंग से चलना भी नहीं जानता था वह भी इंटरनेट पर अपना समय बताने लगा। जिसका मुख्य कारण था भारत में जिओ के द्वारा दिया जाने वाला फ्री डाटा पैक। दीपेंद्र बताते हैं कि उन्होंने देखा कि उनकी वेबसाइट पर विजिटर पहले से ज्यादा आने लगे है। तो उन्होंने फैसला लिया कि क्यों ना इस बहती गंगा में हाथ धो लिया जाए उन्होंने Zomato एप को लांच कर दिया और जितेंद्र विज्ञापन पर पूरा ध्यान देने लगे।
विजिटर वेबसाइट और एप्लीकेशन दोनों पर आने लगे। देखते देखते zomato एप भारत का पहला फूड डिलीवरी एप बन गया जिसके पास ना तो कोई खुद का रेस्टोरेंट था और ना ही कोई सेफ। इस बदलते युग को दीपेंद्र ने और अधिक बदल दिया उन्होंने डिसाइड किया कि वह लोगों को घर बैठे खाना मुवैया करवाएंगे। उनके मनपसंद रेस्टोरेंट से। शुरुआत में काफी दिक्कत है आई लेकिन दीपेंद्र और पंकज अपनी मेहनत से इन समस्याओं को सुलझाते रहे और आज zomato की सफलता को दुनिया देख रही है।
Zomato कंपनी कैसे काम करती है
Zomato एक फूड डिलीवरी कंपनी है जिसका में काम आपके पसंदीदा रेस्टोरेंट से आपके घर तक खाना पहुंचाने का है जोकमीशन पर काम करती है या भारत के लगभग 1000 से अधिक शहरों में अपनी सर्विस उपलब्ध करा रही है इसकेअलावा Zomato भारत में ही नहीं बल्कि भारत के बाहर लगभग 24 देश में अपनी सर्विस पा रही है जिसमें फिलीपींस,यूएई, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, अमेरिका, इंडोनेशिया, कतर, आदि देश शामिल हैं।
Zomato में फूड डिलीवरी बॉय की सैलरी2023 के डाटा के अनुसार zomato में 6173 zomato डिलीवरी बॉय काम कर रहे हैं। जिनकी महीने की सैलरी 8000 से17000 तक होती है आईए जानते हैं विस्तार से। जिन देशों में बेरोजगारी है उन देशों में लोग zomato जैसी कंपनी मेंडिलीवरी बॉय के रूप में काम करना चाहते हैं अगर आप भी इस कंपनी में काम करना चाहते हैं तो आप महीने में लगभग20000 तक रुपए कमा पाएंगे जिसके लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता होने की आवश्यकता है।
आपको केवल zomato केऑफिस की आधिकारिक वेबसाइट से आवेदन करना होगा इसके बाद आपको नौकरी पर रख लिया जाएगा आप उसेलोकल एरिया को जानते हो जिस एरिया में आप जॉब करते हैं उसे एरिया के होटल रेस्टोरेंट की जानकारी आपको होनीचाहिए या आपको प्राप्त करनी होगी।
कैसे ज्वाइन कर सकते हैं Zomato ब्वॉय के तौर पर
अगर आप एक zomato डिलीवरी बॉय के तौर पर ज्वाइन करना चाहते हैं इसमें अपना करियर बनाने के लिए आपके पास कुछ चीजों का होना आवश्यक है एक बाइक और ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी के ओरिजिनल पेपर, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक अकाउंट डिटेल डिलीवरी बॉय के रूप में काम करने हेतु आपको न्यूनतम शैक्षिक अर्हता के तौर पर कक्षा 10 का अंक प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराना होगा इसके बाद आपको डिलीवरी बॉय की नौकरी दी जाएगी जिसमें आपकी तनख्वाह में से पहले महीने ₹1000 काट लिया जाएगा क्योंकि आपको एक बैग और T शर्ट zomato की तरफ से दी जाएगी इसीलिए हर zomato ब्वॉय अपने बैग को संभाल कर रखते हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के बारे में
zomato के अधिकारी वेबसाइट www.zomato.com है यह वही वेबसाइट है जिससे साल 2008 में दीपेंद्र गोयल और उनके मित्र पंकज चड्ढा जी ने FoodiEBAY के नाम से चलाया था। zomato की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनर साल 2008 पड़ा है। इस वेबसाइट के माध्यम से आपको भारत के नहीं बल्कि विश्व के लगभग 24 देश में किस प्रकार का खाना उपलब्ध है।
इसकी पूरी जानकारी आपको इस वेबसाइट पर मिल जाएगी अगर आप इनका एप्लीकेशन डाउनलोड नहीं करना चाहते तो आप वेबसाइट के माध्यम से भी अपने पसंद का खाना अपने घर के लिए आर्डर कर सकते हैं इसके अलावा zomato में काम करने के लिए वेबसाइट में अलग से कलम दिया गया है। जहां से आप आवेदन कर सकते हैं। वेबसाइट के होम पेज पर ही सबसे नीचे सोशल मीडिया के सभी हैंडल के लिंक आपको देखने को मिल जाएंगे जिसके माध्यम से आप आसानी से उनके आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर पहुंच सकते हैं।
Zomato को ऑफिशल यूट्यूब चैनल
Zomato का आधिकारिक यूट्यूब चैनल zomato के नाम से है जिस पर मई 2024 तक 518k सब्सक्राइबर हो चुके हैं जिस पर zomato ने अब तक लगभग 430 वीडियो अपलोड किए हैं। इस यूट्यूब चैनल के माध्यम से zomato अपने विज्ञापन को सोशल मीडिया पर रन करता है और न जाने कितने प्रकार की मीम और विज्ञापन के कवर पेज वीडियो सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर अपलोड करते हैं।
Zomato इंस्टाग्राम
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर भी Zomato काफी एक्टिव देखा गया है सोशल मीडिया के दौर में कोई भी कंपनी अगर सीमित रह गई तो उसके व्यापार में अवश्य ही नुकसान होगा zomato इसका हरजाना नहीं चूकना चाहती सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर zomato के नाम से इसका ऑफिशल अकाउंट है। जिस पर zomato ने 2777 पोस्ट की हैं। जिसके चलते 670k फॉलोअर वर्तमान में हो चुके हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के माध्यम से ब्रांड प्रमोशन के वीडियो और ब्रांड कोलैब फोटो अपलोड किए जाते हैं जो सामान्य यूजर के अकाउंट पर रन करते हैं जिसका मुख्य उद्देश्य ग्राहक को अपनी वेबसाइट, अपनी एप्लीकेशन की तरफ रुख करना रहता है। जब आप खाने का डिलीशियस विज्ञापन देखेंगे साइंस के मुताबिक आपके मन में भूख उत्पन्न हो जाएगी और आप खाना ऑर्डर करने के लिए ऑनलाइन माध्यम का सहारा लेंगे जाहिर सी बात है जी एप्लीकेशन पर आप समय बिता रहे थे उसे एप्लीकेशन पर आए हुए विज्ञापन के एप्लीकेशन से ही आप खाना ऑर्डर करेंगे। जिसका सीधा फायदा उस कंपनी यानी zomato को होगा यही मुख्य उद्देश्य होता है विज्ञापन का।
शेयर मार्केट में Zomato की कहानी
शेयर मार्केट में zomato की कहानी यह कंपनी यही nhi रुकी बल्कि शेयर मार्केट में भी उतर गई । zomato सिर्फ एक फूड डिलीवरी कंपनी ही नहीं रही बल्कि उसने 2021 में अपना आईपीओ लॉन्च किया था आज भारत की शेयर मार्केट की zomato भी एक कंपनी बन चुकी है। सेबी ने 14 जुलाई 2021 को zomato को आईपीओ खोलने की मंजूरी देती है zomato ने 9375 करोड़ का आईपीओ खोला था। शेयर ₹76 पर अलॉट हुआ था इसके बाद शेयर मार्केट में उछाल आया और इसका शेयर 115 रुपए हो गया धीरे-धीरे उतार-चढ़ाव को देखते देखते आज zomato का शेयर लगभग 200 रुपए पार कर चुका है।
“शेयर मार्केट जोखिमों के अधीन है कृपया निवेश करने से पहले सभी डॉक्यूमेंट सावधानी से पढ़े और अपने भरोसे पर ही निवेश करें”
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जोमोटो की शुरुवात कब हुई थी ?
साल 2008 की है इस कहानी में उनका सहयोग दिया उनके ऑफिस के मित्र पंकज चड्ढा जी ने देखते-देखते दिल्ली के लगभग 1200 रेस्टोरेंट के मेनू अपनी वेबसाइट FoodiEBAY पर अपलोड कर दिए। और 2010 मे इसका नाम बदल कर zomoto रख गया ।
जोमोटो के CEO कौन है और वो कहा के रहने वाले है ?
Zomato कंपनी के मालिक सीईओ दीपेंद्र गोयल का जन्म पंजाब में हुआ था
जोमोटो मे नौकरी कैसे पाए ?
अगर आप एक zomato डिलीवरी बॉय के तौर पर ज्वाइन करना चाहते हैं इसमें अपना करियर बनाने के लिए आपके पास कुछ चीजों का होना आवश्यक है एक बाइक और ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी के ओरिजिनल पेपर, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक अकाउंट डिटेल डिलीवरी बॉय के रूप में काम करने हेतु आपको न्यूनतम शैक्षिक अर्हता के तौर पर कक्षा 10 का अंक प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराना होगा इसके बाद आपको डिलीवरी बॉय की नौकरी दी जाएगी जिसमें आपकी तनख्वाह में से पहले महीने ₹1000 काट लिया जाएगा क्योंकि आपको एक बैग और T शर्ट zomato की तरफ से दी जाएगी इसीलिए हर zomato ब्वॉय अपने बैग को संभाल कर रखते हैं।