Acidity: क्या होंगे एसिडिटी को रोकने के 4 naturally उपाय

क्या है Acidity (एसिडिटी ) होने के असली कारण और कैसे इसे परमानेंटली ठीक कर सकते है वो भी नेचुरल तरीके से घर पर ही बिना किसी दवाई के आज  बात करेंगे उन बातों के बारे मे जिनका अगर हम खयाल रखे तो सायद ही हमे ये प्रॉब्लेम का सामना करना पड़ेगा | आइए बिना वक्त  गवाये आज उन बातों को समझते है |

आपने अक्सर ही लोगों को एसिडिटी से परेशान होते देखा होगा आज कल ये  कॉमन प्रॉब्लम हो गई है लेकिन यह कोई खास बड़ी प्रॉब्लम नहीं है लेकिन फिर भी अगर इसको टाइम रहते सही ना किया जाए तो पेट में अक्सर ,अल्सर और  फूड पाइप की लाइनिंग डैमेज हो जाने और यहां तक कि हार्ट अटैक की दिक्कत भी आ सकती है लेकिन घबराएं नहीं इसके कारणों को समझ ले तो प्रॉब्लम का निवारण तो उसी से ही हो जाएगा |

Acidity: एसिडिटी को रोकने के 4 naturally उपाय

एसिडिटी पेट में एसिड का बनना यह प्रॉब्लम है की जो भी  हम खाते हैं वो हमारे पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड होता है जो खाने को पचाने का काम करता है लेकिन जब हमारी खाने की आदत ठीक नहीं होती तो ये ऐसिड कम बनने लगता है जिस वजह से acidity  हो जाती  हैं | एक उदाहरण के माध्यम से समझने की कोशिश करते है ( की जब किसी वाल मे गैस भर जाती है तो उस गैस को रोकने की लिए हमे किसी layer की जरूरत होती है ठीक उसी प्रकार से हमारे बॉडी मे गैस को रोकने के लिए भी वाल की जरूरत होती है )

लेकिन जब यह गलत खानपान की वजह से ये वाल ब्रेक हो जाता है तो एसिड ऊपर आने लगता है इससे खट्टे डकार आते हैं सीने में जलन की शिकायत होती है एसिड रिफ्लक्स पेट दर्द होता है  और हमारे बॉडी के sphincter muscle ( स्फिंक्टर मस्कल एक प्रकार का संकुचक मांसपेशी होता है जो शरीर के कुछ अंगों में पाया जाता है। यह मांसपेशी विशेष रूप से उन अंगों में पाया जाता है जहां अंग को बंद रखने या उसकी नियंत्रण करने की आवश्यकता होती है, जैसे उच्चारण नली, भोजन नली, मलाशय और उतेरस आदि ) कमजोर हो जाती है अगर हम बहुत ज्यादा लाल मिर्च मसालों का अधिक इस्तेमाल करते हैं तो उससे पेट में  गैस ज्यादा बनता है |

अगर आप सुबह उठते ही चाय कॉफी पीते हैं या दिनभर में ज्यादा चाय पीने की आदत है तो इससे भी एसिडिटी होती है जब आप बहुत खाते हैं उसको पचाने के लिए भी पेट में ज्यादा एसिड बनता है अगर आपको दिक्कत है तो रात को तो आपको लाइट खाना खाना  चाहिए ,खाने के बाद एकदम लेट जाना भी सही नहीं है आपको उसके बाद कम से कम 15 से 20 मिनट के लिए बाहर टहलना जरूर चाहिए |

इसके अलावा जब भी हम कही बाहर है और हम ज्यादा से ज्यादा बाहरी फूड कहते है जैसे – बिस्कुट , नमकीन आदि  चीजे जब हम खाना शुरू कर देते है तो भी हमारे पेट मे acidity बनना शुरू हो जाती है क्युकी उस टाइम मे हमारी बॉडी कंफ्यूज हो जाती है इसके अलावा  अगर आपको कार्बोनेटेड ड्रिंक पीने की आदत है जैसे आप कोल्ड ड्रिंक पीते है बीयर पीते हैं सोडा पीते हैं तो यह भी लेने से पेट का PH लेवल ऊपर आता है जिससे एसिडिटी बनती है |

Acidity (एसिडिटी) से कैसे बचा जा सकता है :

एसिडिटी  से निजात पाने के लिए दवाइयों का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है आपको 1 गिलास ठंडा दूध दवाई  का ही  काम करता है | दवाई की जगह थोड़ा सा ठंडा दूध ले आपको 5 मिनट में ही आराम आ जाएगा लेकिन फिर भी यह एक परमानेंटली उपाय नहीं है  अगर आप एसिडिटी से छुटकारा पाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको इसके कारणों को ठीक करना होगा इसे 80% तक आराम आ जाएगा आयुर्वेद की संहिता में कुछ बहुत ही इफेक्टिव तरीके बताए गए हैं जिससे एसिडिटी आपको कभी परेशान नहीं करेंगे |

Acidity(एसिडिटी )को समाप्त करने के कुछ खास तरीके ?

  • एलोवेरा जूस : 2015 में एक स्टडी हुई जिसमें यह पता चला कि जिन लोगों ने रोज एलोवेरा जूस पिया उनको एसिडिटी मे मेडिसिन से भी ज्यादा आराम मिला आपको किसी भी कंपनी का एलोवेरा जूस खरीदना है और उसको खाने के 1 घंटे पहले पीना है नॉर्मल पानी पियो फिर उसके बाद 30 ml एलोवेरा जूस पीना है जो  एसिडिटी को बहुत हद तक काम कर देगा |
  • मुलेठी वाला दूध With क्षीरपाक मेथड : आयुर्वेद सीने में जलन ठीक करने के लिए बेस्ट हुई है और हर बार ही ऐसा पाया गया कि जिन लोगों ने मुलेठी का सेवन किया है उन्हे बहुत आराम मिल गया है और इसे बनाना भी बहुत आसान है आपको 100 ml पानी मे 25 ml दूध को गरम करके उसमे 1 टुकड़ा मुलेटी का डालना है  फिर पानी को तब तक गरम करे जब  तक कि सारा पानी उड़ न जाए और सिर्फ दूध रह जाए और दूध को छान कर ठंडा होने के बाद रात को सोने से पहले पीना है आपको बहुत जल्दी फायदा हो जाएगा |
  • किंजल क्रिया : दोस्तों यह एक एडवांस तकनीक है जो आपको अगर ज्यादा दिक्कत है तो करनी है वह भी हफ्ते में एक बार , आपको हल्का गुनगुना पानी लेना है करीब 750 ml पानी उतना ही गर्म हो जितना आप एक सांस में पी सके इस पानी में दो चम्मच सेंधा नमक डाल ले और पानी लेकर उकड़ू होकर  बैठ जाएं और इस पानी को एक सांस में पी जाएं फिर खड़े होकर उंगलियों से अपने  गले को दबाए जिससे आपको उल्टी आ जाएगी जब तक पूरा पानी निकल ना जाए आप ऐसा करते रहे और आप को एकदम से बड़ा हल्का महसूस होगा फिर थोड़ी देर रेस्ट करें और अगले 1 घंटे तक कुछ न खाए ये दिखने  में थोड़ी सी अजीब क्रिया है लेकिन इसके फायदे को देखोगे तो हैरान रह जाओगे |
  • सेब का सिरका इस्तेमाल करें : सेब का सिरका एसिडिटी को कम करने में मदद करता है और अधिक एसिडिटी उत्पन्न करने से बचाता है। एक चम्मच सेब का सिरका एक गिलास पानी में मिलाकर पीने से पेट की एसिडिटी को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

Acidity रोकने के लिए इन बातों का ध्यान :

एसिडिटी ना हो इसके लिए आपको मिर्च मसालों को कम करना पड़ेगा बल्कि केला ,पपीता, खीरा, चावल और छास कुछ ऐसे कूलिंग फूड्स है जो आपको अपनी डाइट में इंक्लूड करने चाहिए भूलकर भी रात को हैवी ना खाएं, खाकर एकदम से ना सोए खाने और सोने में 2 से 3 घंटे का अंतर रखे  जब सोए तो लेफ्ट साइड की तरफ करवट ले इससे एसिडिटी ऊपर आने के चांसेस अपने आप ही कम हो जाते हैं |

फ्राइड फूड चाय कॉफी कार्बोनेटेड ड्रिंक्स स्मोकिंग अल्कोहल को कम करने की जरूरत है खाने का एक फिक्स टाइम रखें इन सब कारणों पर ध्यान दिया जाए तो दिक्कत बहुत हद तक कम हो जाएगी एंटासिड खाने की आदत ना बनाएं यह पेट का PH खराब करती है इन के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं |

सम्पूर्ण सार :

  • ठंडा दूध : ठंडा दूध एक नेचुरल एंटासिड है इसके अलावा जैसे आयुर्वेद के साथ-साथ मॉडल साइंस भी मान रही है
  • एलोवेरा जूस : आपको सुबह पानी पीकर फ्रेश होने के बाद 30ml एलोवेरा जूस फाइबर पीना है |
  • मुलेठी वाला दूध : मुलेठी वाला दूध जो सिर्फ क्षीरपाक method से बना हो यह आपको रात को सोने से पहले पीना है |
  • शीथली ब्रेथ : यह भी इंस्टेंट ठंडक देती है एक्सेस एसिड को न्यूट्रलाइज करती है दिन में 5से 7 बार कर ले |
  • किंजल क्रिया : यह एक एडवांस तकनीक है जो क्रॉनिक एसिडिटी में हफ्ते में एक बार की जा सकती है |
  • सेब का सिरका : एक चम्मच सेब का सिरका एक गिलास पानी में मिलाकर पीने से पेट की एसिडिटी को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

दोस्तों वैसे तो पहले दो तीन तरीके जैसे एलोवेरा जूस वाला मुलेठी दूध और शीतली ब्रेथ भी अगर आपने 2 महीने तक लगातार फॉलो किया तो एसिडिटी पूरी तरह से ठीक हो जाएगी जब आप ऐसे दिखाना कम करेंगे तो एसिडिटी तो कम होगी ही साथ में चेहरे पर भी अंदर से चमक  आ जाएगी |

पूछे जाने वाले प्रश्न:

  • एसिडिटी क्या है और इससे कैसे छुटकारा पाया जा सकता है ? एसिडिटी एक ऐसी स्थिति है जब पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। इससे पेट में जलन और दर्द होता है। एसिडिटी को कम करने के लिए कुछ घरेलू उपचार हैं जैसे कि ज्यादा मिर्च, मसालों वाला खाना न खाएँ, खाने से पहले एक गिलास गर्म पानी पिएँ और अल्कोहल वाली चीजें जैसे शराब नहीं पिएँ।
  • कौनसे खाद्य पदार्थ एसिडिटी को बढ़ाते हैं? तीखे, मसालेदार खाने ,अधिक चाय या कॉफी का सेवन ,तले हुए खाने का सेवन आदि |
  • कौनसे घरेलू उपाय एसिडिटी को कंट्रोल करने में मदद करते हैं? ठंडा दूध , एलोवेरा जूस , शीथली ब्रेथ , किंजल क्रिया , सेब का सिरका इस्तेमाल करें |
  • एसिडिटी की वजह से कौन सी समस्याएं हो सकती हैं? पेट में एसिड बढ़ जाता है जिससे एसिडिटी की समस्या हो सकती है , पाचन तंत्र में असंतुलन हो सकता , जीभ पर सफ़ेद धब्बे पड़ सकते हैं , दांतों की समस्याएं हो सकती हैं , spincter muscle कमजोर जो जाते है , अल्सर होने के आसार बढ़ जाते है |

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