सिद्धार्थ गुप्ता ने कैसे बने UPPCS टॉपर । सिद्धार्थ गुप्ता Biography

बीते दिनों मगलवार 23 जनवरी 2023 को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सम्मिलित राज्य/ प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा 2023 का अंतिम परिणाम देर रात को जारी कर दिया गया।

अंतिम पड़ाव पर कुल 251 अभ्यर्थी पहुंच पाए इन अभ्यर्थियों में 33.46 प्रतिशत महिलाएं हैं बीते गत वर्ष के मुताबिक इस वर्ष के परिणाम में महिलाओं की भागीदारी कम नजर आई, जहां बीते गत वर्ष में टॉप 10 में 8 लड़कियां थी वहीं इस वर्ष के परिणाम में टॉप 10 में 8 लड़के हैं।

इस वर्ष के अंतिम परिणाम में सबसे पहले पायदान पर हैं सहारनपुर के देवबंद के रहने वाले सिद्धार्थ गुप्ता जी जिन्होंने पहली रैंक हासिल की है और वह अप्रैल 2023 में बिजनौर में नायब तहसीलदार के पद पर चयन हुआ था और वह वर्तमान में राजस्व निरीक्षक की ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दे रहे हैं।  और इसी के साथ अब वह एक डिप्टी कलेक्टर बन चुके हैं । डिप्टी कलेक्टर के पद पर जाने के लिए सिद्धार्थ ने नायब तहसीलदार के पद पर रहते हुए लगभग रोजाना 6 से 7 घंटे पढ़ाई करते थे।

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का biopicstory में आज हम लोग इस ब्लॉक में नायब तहसीलदार के पद से डिप्टी कलेक्टर के पद तक के सफर को कैसे तय किया सिद्धार्थ गुप्ता जी ने इसके बारे में विस्तार से जानने का प्रयास करेंगे, सिद्धार्थ गुप्ता के बारे में उनकी आयु ,शिक्षा ,परिवार

सिद्धार्थ गुप्ता के बारे में

सिद्धार्थ गुप्ता का जन्म सहारनपुर के देवबंद में हुआ था। सिद्धार्थ एक समृद्ध परिवार से आते हैं। जहां पर सिद्धार्थ के पिता राजेश गुप्ता जी किराने की दुकान चलाते हैं वहीं उनकी माता जी ग्रहणी है सिद्धार्थ की एक बड़ी बहन है जो दिल्ली में कार्डियोलॉजिस्ट है और सिद्धार्थ की एक छोटी बहन जो ग्रहणी है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धार्थ की  इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई सहारनपुर के देवबंद के दून वैली पब्लिक स्कूल में हुई है इसके बाद उन्होंने उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से फिजिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया। सिद्धार्थ ने साल 2015 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की और 2018 में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद बस सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए।

दिमाग में कब उपजा एस डी एम नामक पौधा

सिद्धार्थ ने अपने एक इंटरव्यू में बताया है कि जब वह कक्षा 7 में पढ़ रहे थे तब उन्होंने एक डिप्टी कलेक्टर (एसडीएम)  के रुतबे और पावर को देखा था तभी से उनके मन में कलेक्टर नामक पौधे ने जन्म ले लिया कौन जानता था कक्षा 7 में पढ़ने वाला लड़का अपने मन में उपजे कलेक्टर नामक पौधे को वृक्ष का रूप देने के लिए लगातार मेहनत करता रहेगा

सिद्धार्थ ने अपनी इंटरव्यू में बताया है दूसरा कारण मेरे पिता का सपना था कि उनका बेटा एक डिप्टी कलेक्टर बने खुद के सपने और पिता के सपने को साकार करने के लिए सिद्धार्थ लगातार मेहनत करते रहे और 2015 में इंटरमीडिएट साइंस स्ट्रीम से उत्तीर्ण कर 2018 में दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से फिजिक्स ऑनर्स में स्नातक की डिग्री प्राप्त की इसके बाद वह सिविल सर्विसेज की कोचिंग करने लगे।

सिद्धार्थ गुप्ता की कहानी 12th फेल फिल्म से मेल खाती है

IPS मनोज शर्मा की जीवन पर आधारित आई फिल्म 12th फेल से मेल खाती है। सिद्धार्थ बताते हैं मनोज शर्मा जी ने कक्षा 12 में एसडीएम के रुतबे को देखकर एसडीएम बनने के लिए प्रेरित हुए थे इस प्रकार हम कक्षा 7 में एसडीएम के रुतबे को देखकर एसडीएम बनने के लिए प्रेरित हुए थे दोनों की लाइफ में कई फेलियर है इसके बाद सफलता हाथ लगी।

सिद्धार्थ के हिस्से में भी तीन असफलताएं हैं चौथी सफलता उन्हें यूपीपीसीएस में साल 2022 में 7वी रैंक मिली जिसके तहत उन्हें नायक तहसीलदार का पद मिला और साल 2023 में उन्होंने दोबारा मेहनत करके पहले रैंक हासिल की और वह अपने सपने को पूरा कर डिप्टी कलेक्टर ” एसडीएम ” बन चुके हैं।

सिविल सर्विसेज का सफरनामा

साल 2018 में स्नातक की पढ़ाई पूरी कर सिद्धार्थ सिविल सर्विसेज के मैदान में उतरे उनके लिए यह दुनिया नयी थी लेकिन उनका जुनून बहुत बड़ा था उन्होंने यह सपना जब  कक्षा 7 में थे तब देखा था  उसे सपना के लिए जी जान मेहनत करते रहे कोचिंग पूरी होने के बाद उन्होंने सेल्फ स्टडी की और यूपीएससी के फर्स्ट अटेम्प्ट में मुख्य परीक्षा तक पहुंच पाए उन्होंने दोबारा से मेहनत की और दूसरे अटेंड में वह मुख्य परीक्षा तक ही पहुंच पाए।

उन्होंने एक बार और हिम्मत करके तीसरी अटेंड दिया तीसरा अटेम्प्ट दिया और इस बार प्रारंभिक परीक्षा मुख्य परीक्षा को पास कर साक्षात्कार तक पहुंचे लेकिन किन्हीं कारण बस अंतिम सूची में शामिल न हो सके अब उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित पीसीएस की परीक्षा में बैठने का संकल्प कर लिया और उन्होंने साल 2022 की उत्तर प्रदेश पीसीएस की परीक्षा में बैठे और उसी मेहनत से इस परीक्षा को दिया पहली बार में ही प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार को पार कर अंतिम सूची में सातवीं रैंक हासिल की और नायब तहसीलदार का पद हासिल किया।

लेकिन वह अपने पद पर संतुष्ट नहीं थे लेकिन वह अपने पद से संतुष्ट नहीं थे उन्होंने बचपन में सपना देखा था कि वह एक डिप्टी कलेक्टर बनेंगे इसके लिए उन्होंने साल 2023 में आयोजित होने वाली उत्तर प्रदेश पीसीएस की परीक्षा में बैठने का निर्णय किया नायब तहसीलदार की ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने पढ़ाई को जारी रखा और उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा को पास किया।

इसके बाद वह राजस्व निरीक्षक ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण देने लगे इसी के साथ-साथ अपनी पढ़ाई को भी जारी रखा और और मुख्य परीक्षा में बैठे इस बार उनका जुनून पिछली बार से अधिक था उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और साक्षात्कार तक पहुंच कर अपने सपने को पूरा करते हुए साल 2023 के अंतिम परिणाम में पहले रैंक हासिल की और अपने पिता और अपने सपने को साकार किया। वर्तमान में सिद्धार्थ गुप्ता एक डिप्टी कलेक्टर बन चुके हैं।

यूपी पी सी एस 2023 पर एक नजर

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग आयोजित प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा द्वारा 253 पदों के लिए विज्ञापन जारी हुआ था जिसमें कुल 20 प्रकार के पद शामिल थे  इसकी प्रारंभिक परीक्षा 14 में 2023 को निर्धारित हुई थी जिसमें कुल मिलाकर 565459 अभ्यर्थी शामिल हुए थे प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम 26 जून 2023 को जारी हुआ था ।

इस परीक्षा में 4047 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिए सफल हुए थे मुख्य परीक्षा की तिथि 26 से 29 सितंबर 2023 निश्चित हुई इस परीक्षा का परिणाम 22 दिसंबर 2023 को जारी हुआ जिसमें 451 अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए सफल हुए लेकिन कहते हैं ना कि यह दो पड़ाव पार कर लेने के बाद भी अभी कोई निश्चित नहीं है कि किन 451 अभ्यर्थियों में से 253 अभ्यर्थियों को सफलता प्राप्त होगी ।

इसका निर्धारण करने के लिए 8 जनवरी से 12 जनवरी 2024 के मध्य साक्षात्कार के लिए तिथि निर्धारित हुई जिसमें किन्ही कारणों से तीन अभ्यर्थी शामिल न हो सके कल 448 अभ्यर्थी शामिल हुए जिसमें से मात्र 251 अभ्यर्थी ही साक्षात्कार में सफल हो सके विज्ञापन में कुल 253 पद निकल गए थे जिसमें से एक पद अन्य पिछड़ा वर्ग और एक पद एससी का योग्य अभ्यर्थी ना मिलने के कारण 2 पद खाली रह गए । 251 अभ्यर्थियों को 23 जनवरी 2024 मंगलवार को देर रात सफल घोषित कर दिया गया।

आरक्षण और सफलता

जारी विज्ञापन के 253 पदों में से 251 अभ्यर्थी सफल हो पाए तो पद योग्य अभ्यर्थी न मिलने की वजह से प्राविधिक सहायक (भूतत्व) एक पद अन्य पिछड़ा वर्ग एक पद एससी का खाली रह गया 251 सफल अभ्यर्थियों में 117 अभ्यर्थी सामान्य वर्ग के 77 अभ्यर्थी अन्य पिछड़ा वर्ग 55 अभ्यर्थी एससी और दो अभ्यर्थी एसटी शामिल हैं कल सफल अभ्यर्थियों में 167 पुरुष हैं और 84 महिलाएं महिलाओं की भागीदारी 33. 46 फ़ीसदी है।

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