IAS Divya Tanwar की कहानी : दोस्तों सिविल सर्विसेज परीक्षा 2021 में Divya Tanwar ने 438 वी रैंक हासिल की। परिणाम जारी होने के बाद लोगों ने जितना टॉपर्स के बारे में जानने में रुचि रखी उससे कहीं ज्यादा 438 वी रैंक पाने वाली दिव्या तंवर के बारे में।
दिव्या को आईपीएस (IPS) मिला। चारों तरफ सोशल मीडिया पर आईपीएस दिव्या की कहानियां छाने लगी लोगों ने दिव्या तंवर के बारे में खूब जाना दिव्या ने यह सफलता हिंदी माध्यम में प्राप्त की उन्होंने सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी self-study से की।
Divya Tanwar (दिव्या) ने यह सफलता अपने पहले ही प्रयास में पा ली थी ,इससे लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया कि दिव्या की किस्मत अच्छी थी क्योंकि दिव्या EWS कैटेगरी से बिलॉन्ग करती थी ।
दिव्या ने इसका जवाब किसी को नहीं दिया वह साल भर सोशल मीडिया पर अपने चाहने वालों के दिलों में छाती रही और जलने वाले लोग जलते रहे उनका साथ देने वाले लोग उनके साथ चलते रहे आईपीएस की ट्रेनिंग के दौरान ही दिव्या ने सिविल सर्विस परीक्षा 2022 भी दिया और उन्होंने ट्रेनिंग और पढ़ाई को इस हिसाब से बैलेंस किया कि उनकी पढ़ाई व ट्रेनिंग दोनों समानांतर चलती रहे ।
2022 का अंतिम परिणाम जारी होने पर लोगों ने यह जाना कि 438 वी रैंक प्राप्त करने वाले दिव्या तंवर 2022 सिविल सर्विस परीक्षा के अंतिम पड़ाव में 105 वे स्थान पर हैं
Divya Tanwar अब IPS नहीं बल्कि एक IAS ऑफिसर है दिव्या की मेहनत रंग लाई उनका सपना पूरा हो गया जो लोग यह कह रहे थे की Divyaकी किस्मत अच्छी है या यूं कह सकते हैं दिव्या ने यह स्थान तुक्के से हासिल किया आज उन सभी का मुंह बंद का बंद रह गया ।
UPSC परिणाम 2022 में दिव्या तंवर ने सोशल मीडिया पर जो प्रसिद्धि पाई , वह प्रसिद्धि सोशल मीडिया पर सिविल सर्विस परीक्षा पास करने वाला कोई भी विद्यार्थी प्राप्त नहीं कर सका यही कहानी दोबारा दोहराई 2022 के अंतिम परिणाम जारी होने पर मई 2023 में एक बार फिर सोशल मीडिया पर IPS दिव्या तंवर, IAS दिव्या तंवर के नाम से ट्रेंड होने लगी।
कौन है दिव्या तंवर (Who Is Divya Tanwar)
Divya Tanwar का जन्म राजपूत परिवार में 1997 में हरियाणा राज्य के महेंद्रगढ़ जिले के निंबी गांव में हुआ था, दिव्या का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था क्योंकि वह किसान समुदाय से ताल्लुक रखते थे दिव्या की माता जी बताती हैं कि जब दिव्या लगभग 14 या 15 साल की थी तभी दिव्या के पिता का 2011 में निधन हो गया था ।
दिव्या के पिता इस परिवार का एकमात्र सहारा थे वह पढ़े-लिखे जरूर नहीं थे लेकिन पढ़ाई का महत्व जानते थे पिता की मृत्यु के बाद दिव्या की पढ़ाई ना रुकने पाए इसके लिए दिव्या की माँ ने घर की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली।
दिव्या बताती हैं कि उनकी मां ने उनके लिए दूसरों के घरों में बर्तन मांजने, झाड़ू पोछा किया यहां तक कि दूसरों के खेतों में मजदूरी भी की दिव्या के परिवार में दिव्या के अलावा एक भाई, एक बड़ी बहन है।
दिव्या की मां पर चार लोगों के पेट पालने की जिम्मेदारी थी दिव्या को कोई तकलीफ ना हो इसके लिए उनकी मां ने उन्हें काम पर नहीं लगाया उन्हें पढ़ने के लिए हमेशा प्रोत्साहित किया लेकिन 4 लोगों का परिवार मजदूरी के सहारे नहीं पढ़ सकता इसी के चलते दिव्या ने होम ट्यूशन और पार्ट टाइम स्कूल में पढ़ाना शुरू कर दिया जिससे वह अपनी मम्मी को आर्थिक रूप से थोड़ी सहायता दे पाती थी।
नाम (NAME) | DIVYA |
पूरा नाम (FULL NAME) | दिव्या तंवर (Divya Tanwar) |
जन्मतिथि (DOB ) | 1997 |
जन्म स्थान (BIRTH PLACE) | निंबी, महेंद्रगढ़, हरियाणा |
उम्र (AGE ) | 25 |
जाति (CASTE ) | राजपूत |
समुदाय | ईडब्ल्यूएस(E.W.S.) (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) |
धर्म | हिंदू धर्म |
पेशा | आईएएस अधिकारी |
प्रयास | 2 बार |
सफल | 2 बार |
पहली सर्विस | आईपीएस अधिकारी |
दूसरी सर्विस | आईएएस अधिकारी |
रैंक (Rank) | 438 (2021) 105 (2022) |
वर्तमान पद | आईएएस अधिकारी |
शिक्षा (Educational Qualification) | स्नातक (बीएससी) |
स्कूल (SCHOOL) | जवाहर नवोदय विद्यालय |
कॉलेज (COLLEGE) | सरकार पीजी कॉलेज, महेंद्रगढ़ |
नागरिकता (Nationality) | भारतीय |
राशि (Zodiac Sign) | मीन |
भाषा(Languages) | हिंदी, इंग्लिश |
वर्तमान पता (Address) | महेंद्रगढ़ |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | अवैवाहिक |
शौक (Hobby) | घूमर डांस, सिंगिंग |
वैकल्पिक विषय (Optional Subject) | हिंदी साहित्य |
शिक्षा माध्यम (Education Medium) | हिंदी माध्यम |
IAS Divya Tanwar की पढ़ाई
दिव्या ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के मन्नू हायर सेकेंडरी से पूरी की दिव्या पढ़ने में अच्छी थी इसीलिए उन्हें नवोदय प्रवेश परीक्षा में जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश मिल गया।
इसके चलते दिव्या के परिवार को दिव्या की पढ़ाई का खर्च नहीं उठाना पड़ा और दिव्या ने 12वीं की परीक्षा 92% के साथ उत्तीर्ण की और अपने माता-पिता का ही नहीं वरन अपने पूरे समाज का नाम ऊंचा कर दिया इसके अलावा दिव्या ने गवर्नमेंट पीजी कॉलेज से ग्रेजुएशन पीसीएम बीएससी किया।
दिव्या का सपना
दिव्या ने एक ख्वाब देखा था उनकी गाड़ी पर लिखा हो गवर्नमेंट ऑफ इंडिया और उन्होंने इस सपने को पूरा करने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार थी और आज उसी का नतीजा है की दिव्या तंवर आज इस मुकाम पर पहुच सकी है ।
स्नातक से UPSC का सफर((Divya Tanwar UPSC Journey))
किसी ने सच ही कहा है कि केवल सपने देख लेने मात्र से ही आपके सपने पूरे नहीं होते , सिर्फ यूपीएससी सोच लेने से ही आप यूपीएससी में सिलेक्ट नहीं हो जाते क्योंकि यूपीएससी एक मैराथन है।
दिव्या के मन में यूपीएससी नामक बीज की उत्पत्ति नवोदय विद्यालय में आए हुए कार्यक्रम में अतिथि एसडीएम महोदय के सम्मान को देखकर हुई। SDM महोदय का सम्मान देखकर दिव्या ने यह तय कर लिया कि उन्हें यूपीएससी ही करना है।
दिव्या के मन में उपजे यूपीएससी नामक पेड़ को लगातार पानी डालकर उसे पौधा से वृक्ष बनाने का काम घर के हालात करते हैं उन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया जब भी उनका मनोबल कमजोर होता नजर आता था तब वह अपनी मां को याद करती थी।
उनके परिश्रम को याद करती थी अपने पिता की अंतिम इच्छा को याद करती थी और उनका मनोबल नीचे नहीं गिरने पाता था दिव्या बताती हैं बीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के लगभग डेढ़ साल बाद यूपीएससी के मैदान में उतरी थी क्योंकि नवोदय के दौरान पिता का निधन भी हो गया था परिवार आर्थिक मंदी से जूझ रहा था मां के कंधों पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी आ गई थी ।
इसीलिए अपनी मां का हाथ बटाने के लिए अपने गांव के स्कूल में पार्ट टाइम पढ़ाने लगी वह अपने घर पर कुछ बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थी पैसों के अभाव के कारण दिव्या ने कोचिंग नहीं लिया ,उन्होंने यूपीएससी की सफलता सेल्फ स्टडी के दम पर प्राप्त की है वह बताती हैं कि शुरुआत में वह 4 से 6 घंटे ही पड़ा करती थी लेकिन एग्जाम के नजदीक आते-आते वह लगभग 10 से 12 घंटे पढ़ने लगी थी ।
दिव्या बताती हैं कि उन्होंने प्री एग्जाम का मटेरियल ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त किया और सेल्फ स्टडी से यह सफलता हासिल की टॉपर द्वारा बताई गई एनसीईआरटी की बुक्स को पढ़ा प्री निकलने के बाद उन्होंने दृष्टि आईएएस का मेंटरशिप प्रोग्राम जॉइन किया था और उसी दौरान वह 2 महीने के लिए दिल्ली आई थी ।
दृष्टि की लैब में ही टेस्ट सॉल्व करती थी मुख्य परीक्षा के बाद मौखिक परीक्षा के लिए कई मॉक इंटरव्यू दिए जिसके मॉक इंटरव्यू यूट्यूब पर दृष्टि आईएएस के चैनल पर या कुछ अन्य चैनल पर आपको देखने को मिल जाएंगे 2021 का अंतिम परिणाम जारी होने पर दिव्या ने 438वीं रैंक हासिल की और एक आईपीएस अधिकारी बन कर उभरी ।
दिव्या ने दुनिया को बता दिया “कि उड़ान पंखों से नहीं हौसलों से होती है” दिव्या ने सफलता का श्रेय अपनी मां को दिया।
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दिव्या के जीवन मे इंटरनेट का योगदान
कुछ लोग इंटरनेट पर सिर्फ मनोरंजन करते हैं वहीं कुछ लोग इंटरनेट का सही इस्तेमाल कर अपने मुकाम पर पहुंच जाते हैं उन्हीं मुकाम की सीढ़ियों पर पहुंचने वाली दिव्या बताती हैं कि उनकी जिंदगी में इंटरनेट का अहम योगदान रहा उन्होंने गूगल और यूट्यूब से पढ़कर यूपीएससी की परीक्षा दी और वह दिव्या से आईपीएस दिव्या बन गई।
आईपीएस (IPS)बनने के बाद
दिव्या ने अपने इंटरव्यू में बताया कि जिस हालात से हम गुजरे हैं उस हालात से किसी और को ना गुजरना पड़े हमारा यही प्रयास रहेगा।
ट्रेनिंग के दौरान
दिव्या बताती हैं आईपीएस की ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने बहुत कुछ सीखा बहुत कुछ जाना जो इससे पहले वह नहीं जानती थी आईपीएस की ट्रेनिंग LBSNAA उत्तराखंड में होती है।
ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने सिविल सर्विसेज परीक्षा 2022 की तैयारी में भी जुटी रही क्योंकि उनका सपना था आईएएस बनना और अपने सपने को पूरा करने के लिए ट्रेनिंग के बाद बचे समय में वह सेल्फ स्टडी करती रही।
दिव्या 2022 सिविल सर्विसेज परीक्षा की मुख्य परीक्षा में बैठने वाली हैं इसकी जानकारी बहुत ही कम लोगों को थी लोगों को लगा था की वह अपनी ट्रेनिंग में बिजी हैं लेकिन “जिसका सपना बड़ा हो वह अपने लक्ष्य पर पहुंचने से पहले कभी आराम नहीं करता” लोगों को जानकारी तब मिली जब दिव्या 2022 की मुख्य परीक्षा पास कर इंटरव्यू तक पहुंची ।
IPS दिव्या के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुये कि दिव्या 2022 के इंटरव्यू तक पहुंची यह वीडियो धीरे धीरे वायरल होने लगे लेकिन कुछ ही समय बाद जैसे ही 2022 का अंतिम परिणाम जारी हुआ लोगों ने देखा कि दिव्या की रैंक में एक अच्छा उछाल देखने को मिला 438 वी रैंक पाने वाली दिव्या 2022 के अंतिम परिणाम में 105 वे स्थान पर है और अब दिव्या IPS नहीं बल्कि एक IAS ऑफिसर हैं।
पहले प्रयास मे आईपीएस (IPS)
दिव्या ने 25 साल की उम्र मे ही जी तोड़ मेहनत के दम पर अपने पहले ही प्रयास मे यूपीएससी 2021 की परीक्षा पास कर 438 वी रैंक हासिल कर आईपीएस अधिकारी बनने का गौरव प्राप्त कर लिया था और इसका पूरा श्रेय उन्होंने अपनी माँ को दिया था और कहती है की इस सफलता मे उनकी माँ का बहुत अहम योगदान है क्युकी उनकी माँ ने उनके हर कदम मे अपनी बेटी का साथ दिया है और कभी भी किसी बात का दवाव उनके ऊपर नहीं बनाया जिसके बाद आज वो इस मुकाम पर है ।
दिव्या की इस उपलब्धि पर पूरा गॉव और उनका जिला गर्व महसूस करता है ।
दूसरे प्रयास मे आईएएस (IAS)
दिव्या ने अपनी आईपीएस की ट्रैनिंग करते-करते सेल्फ स्टडी करती रही और उन्होंने सिविल सर्विसेज परीक्षा 2022 की तैयारी में भी जुटी रही क्योंकि उनका सपना था आईएएस बनना और अपने सपने को पूरा करने के लिए ट्रेनिंग के बाद बचे समय में वह सेल्फ स्टडी करती रही।
दिव्या ने इस 2022 के परिणाम मे 105 वी रैंक हासिल कर IAS बन कर अपने सपने को सच कर दिखाया
दिव्या तंवर की मार्कशीट (IAS Divya Tanwar Marksheet)
दिव्या तंवर को यूपीएससी की प्रीलिम्स एग्जाम में जनरल स्टडीज के पेपर-I में 81.68 मार्क्स और सीसैट के पेपर में 68.92 मार्क्स प्राप्त हुए. और मैन्स एग्जाम में 834 मार्क्स और इंटरव्यू में 160 मार्क्स प्राप्त हुए. इस हिसाब से दिव्या को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 2022 में कुल 994 मार्क्स मिले हैं।
दिव्या तंवर बुक लिस्ट (IAS Divya Tanwar Book List)
- NCERT (6 से 12वीं तक)
- 10 साल के आईएएस प्रीलिम्स के पेपर
- भारत का प्राचीन अतीत (राम शरण शर्मा)
- आधुनिक भारत का इतिहास ( स्पेक्ट्रम)
- मध्यकालीन भारत (बिपिन चंद्र)
- आधुनिक भारत का संक्षिप्त इतिहास
- गांधी जी के बाद का भारत
- भारत स्वतंत्रता के लिए संघर्ष
- भारत में सामाजिक समस्याएं
- भारत की राजव्यवस्था (लक्ष्मीकान्थ)
- भारतीय अर्थव्यवस्था (रमेश सिंह)
- भूगोल (जीसी लेओंग)
- CSAT (अरिहंत प्रकाशन)
- निबंध – 151 निबंध
- नैतिकता, अखंडता और योग्यता (लेक्सिकॉन)
- भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा
- आंतरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन
- पैक्स इंडिका
- भारत और विश्व भूगोल
- राजनीति (लक्ष्मीकान्थ)
दिव्या तंवर जी के ये बुकलिस्ट उनके द्वारा बताए गए इंटरव्यू के माध्यम से ली गई है।
Drishti IAS का दिव्या तंवर के जीवन में योगदान
दिव्या बताती हैं सिविल सर्विसेज परीक्षा का कॉन्टेंट हिंदी माध्यम में इंटरनेट पर बहुत कम ही उपलब्ध है हिंदी माध्यम को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका डॉ विकास दिव्यकीर्ति सर की है।
दिव्या बताती हैं ट्रेनिंग के दौरान उन्हें कम समय मिल पाता था सेल्फ स्टडी करने का , उन्होंने जो पढ़ाई की दृष्टि आईएएस के नोट्स से की। उनकी लाइफ में दृष्टि आईएएस का अहम योगदान है वह हमेशा दृष्टि आईएएस की आभारी रहेंगी।
Social media पर Divya
जब दिव्या आईपीएस थी तभी से सोशल मीडिया पर खूब छाई थी जिन्होंने टॉप किया था उनसे कहीं ज्यादा दिव्या को लोग इंटरनेट पर सर्च कर रहे थे, दिव्या कहानी एक ऐसी यूनिक कहानी थी जिसको लोग जानने पर भावुक हो जाते थे।
दिव्या तंवर के दृष्टि आईएएस के साथ कई वीडियो वायरल हुए, कहीं वह सेमिनार को अटेंड कर रही थी और किसी वीडियो में वह मॉक इंटरव्यू देते हुए नजर आ रही थी उनकी तस्वीरों को लोगों ने सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया ।
सम्मान समारोह
हरियाणा के एक छोटे से जिले महेंद्रगढ़ के एक छोटे से गांव निंबी की रहने वाली एक लड़की ने वह कर दिखाया जो बहुत लोग सोच नहीं सकते इसी के चलते हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी ने दिव्या को गौरव सम्मान से सम्मानित किया।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल मे बताया गया है की कैसे दिव्या तंवर जी ने अपनी मेहनत के दम पर कैसे पहले आईपीएस और फिर आईएएस का सफर तय किया है और उनसे जुद्दी हुई हर बात को कॉवर करने की कोशिश की गई है ।
आपको ये आर्टिकल कैसा लगा हमे कमेन्ट करके अपना opinion शेयर कर सकते है मेरी कोशिश रहेगी की आप तक ऐसे ही लाइफ चैन्जिंग स्टोरी पहुंचता रहु ।
धन्यवाद !
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FAQ
दिव्या तंवर कौन है?( Who Is Divya Tanwar )
दिव्या तंवर महेंद्रगढ़ हरियाणा की रहने वाली है | जिन्होंने UPSC सिविल सर्विसेस की परीक्षा 2021 में 438 रैंक हासिल की है और IPS बनी और 2022 की परीक्षा मे 105वी रैंक हासिल IAS बनकर देश सेवा मे कार्यरत है |
दिव्या तंवर की रैंक क्या थी ?
दिव्या तंवर को 2021 के UPSC परिणाम मे 438वी रैंक मिली थी लेकिन 2022 के UPSC परिणाम ने उन्होंने 105वी रैंक हासिल की है
Is Divya tanwar an IAS? ( क्या दिव्या एक IAS है ?)
हाॅ , दिव्या ने सबसे पहले 2021 मे ये परीक्षा पास की थी तब उनको 438वी रैंक मिली थी जिससे उनको IPS मिला था लेकिन 2022 के परिणाम के बाद उन्होंने 105वी रैंक हासिल की है तो इस बार उनको IAS मिल गया है , इस तरह से Divya एक IAS officer है।
What was the optional subject of Divya tanwar? (दिव्या तंवर का वैकल्पिक विषय क्या था)
दिव्या तंवर का वैकल्पिक विषय हिन्दी साहित्य था |
Which caste is Divya Tanwar?(दिव्या तंवर की जाति कौन सी है)
दिव्या तंवर हिन्दू धर्म से है और उनकी जाति राजपूत है और उन्होंने UPSC मे उनकी कटेगरी EWS थी ।
What is the age of IPS Divya Tanwar?(दिव्या की उम्र क्या है)
दिव्या तंवर का जन्म 1997 को महेंद्रगढ़ मे हुआ था , इस तरह से उनकी उम्र 2023 मे 26 साल की है ।